बुधवार, 9 जनवरी 2008

राजस्थान की वर्तमान जनसंख्या लगभग 6 करोड़ 10 लाख है।जातीय समीकरण,राज्य में जातिवार/वर्गवार जनसंख्या की सच्चाई निम्न अनुसार है:-
क्र.सं.
नाम वर्ग/जाति
राज्य की तुलना में
विवरण
जनसंख्या प्रतिशत
जनसंख्या(लाखों में)
1.
अनुसूचित जाति
18%
1 करोड़ 10 लाख
अ.जा.वर्ग में मेघवाल-30 लाख,बैरवा-23 लाख,रैगर-14 लाख,नायक-8 लाख,जाटव-8 लाख,कोली-5 लाख,खटीक-4 लाख,हरिजन-10 लाख,जीनगर-2 लाख,मोची-2 लाख,धोबी-2 लाख व अन्य जाति-3 लाख के आसपास हैं।
2.
जाट
17%
1 करोड़ 05 लाख
इसमें 5 लाख जट सिख शामिल हैं।
3.
अनुसूचित जनजाति
13%
80 लाख
जनजाति वर्ग में मीणा जाति की सर्वाधिक 50 लाख जनसंख्या है। इसके बाद भील-20 लाख,गरासिया-5 लाख,सहरिया-2 लाख एवं डामोर-3 लाख का क्रम है।
4.
मुसलमान
10%
60 लाख
कायमखानी-10 लाख,मेव-6 लाख,सिन्धी मुसलमान-6 लाख,वोहरा-4 लाख,नागौरी-4 लाख,मिरासी-2 लाख एवं अन्य-28 लाख(सभी प्रकार के मुसलमान इसमें शामिल हैं)
5.
ब्राह्मण
7%
45 लाख
सभी संवर्ग सम्मिलित हैं।
6.
वैश्य
5%
30 लाख
इसमें अग्रवाल-10 लाख,जैन-10 लाख,खण्डेलवाल-5 लाख,माहेश्वरी-5 लाख.
7.
राजपूत
5%
25 लाख
सभी संवर्ग सम्मिलित हैं।
8.
गुर्जर
5%
32 लाख

9.
माली
5%
30 लाख
काछी,कुशवाहा सम्मिलित हैं।
10.
विश्नोई
2%
12 लाख

11.
कलवी(आंजना)
2%
14 लाख
इसमें पाटीदार सम्मिलित हैं।
12.
कुमावत
2%
14 लाख
प्रजापत,कुम्हार सम्मिलित हैं।
13.
धाकड़
2%
11 लाख

14.
यादव
1%
06 लाख

15.
रावत
1%
06 लाख

16.
सिंधी(हिन्दू)
1%
06 लाख

17.
रेवारी,रायका,देवासी
1%
06 लाख

18.
सिख/पंजाबी
1%
06 लाख

19.
नाई
1%
05 लाख

20.
अन्य
1%
06 लाख
अन्य जातियों में कायस्थ,सीरवी,स्वर्णकार,लोधा,लोडा़(तंवर),ईसाई आदि सम्मिलित हैं।


कुल 100%
61000000


विशेष:-घुमन्तु,खानाबदोश,कबायली जातियां--राजस्थान में लगभग 2 लाख की जनसंख्या ऐसी जातियों की है जो खानाबदोश आदिम जीवन जीने को मजबूर हैं।संभव है कि जनगणना के आंकडो़ में इन जातिवर्गों को सम्मिलित नहीं किया गया हो।ऐसी जातियों में सपेरे,कालबेलिया, नट, सांसी, कंजर, गाडिया-लुहार, सांटिया, मोग्या, बागरी, मदारी, बन्जारा, पर्वत की गुफ़ाओं,नदी-घाटी की कंदराओं में रहने वाले कबीले, चम्बल घाटी, विन्ध्याचल पर्वतमाला, अरावली के पहाडी़ क्षेत्रों में वनों पर आजीविका चलाने वाले कुछ अत्यन्त आदिम जीवन जीने वाले समूह सम्मिलित हैं जिनकी खैर-खबर कोई नहीं ले रहा है। सभ्य, विकसित विकासशील समाज के लिये यह सोचनीय विषय होना चाहिये। इसके अलावा 2 लाख रैबारी,मारबाडी़ एवं पशुपालक राज्य के अंदर व अन्य राज्यों में भटकते फ़िरते हैं। पशुओं व बच्चों को लेकर यह खानाबदोश आदि जीवन जीने को मजबूर हैं।

59 टिप्‍पणियां:

Mahaveer Gurjar ने कहा…

भील 29-30 लाख हैं राज्य में.
कुमावत व कुम्हार दो अलग अलग जातियाँ हैं,ST के आंकड़े तो हर जनगणना के बाद जारी किये जाते है.
अंतिम बार 2001में हुऐ जिसमें मीणा 30-31लाख बता रखें हैं तो मीणा 50 लाख कैसे हुए ?
राज्य में गुर्जर आबादी मीणा आबादी से ज्यादा हैं,जाट 17% नहीं हैं.

A1 Times ने कहा…

भाई विश्नाेई जाटाें काे अलग क्याें बता रहे हाे विश्नाेई सिर्फ हमारा पंथ है जाति आज भी जाट है

जय जाट

gaming ने कहा…

भाई 11लाख यादव तो केवल अलवर में है। राजस्थान में यादव (अहीर) 34.57 लाख है।

Unknown ने कहा…

जब अलवर भरतपुर में ही यादव करीबन 1000000 के करीब है तो यह मात्रा में थोड़ा कम कैसे निकाले

Stroller Surendra ने कहा…

मेघवाल और बैरवा एक ही जाति है।

Stroller Surendra ने कहा…

ये आंकड़े कँहा से मिले आपको ।
क्या विधानसभा क्षेत्र के लिए भी मिल सकते हैं ।

Surendra prajapati ने कहा…

ये सरे आंकढ़े झुटे हे आंकढ़े जारी करने वाले को यह तक पता नहीं हे की कुम्हार व कुमावत अलग अलग जाती हे ।
तथा बेरवा मेघवाल व जाटव एक ही जाती हे ।
तथा विश्नोई व जाट एक ही जाती हे।

Surendra prajapati ने कहा…

ये सरे आंकढ़े झुटे हे आंकढ़े जारी करने वाले को यह तक पता नहीं हे की कुम्हार व कुमावत अलग अलग जाती हे ।
तथा बेरवा मेघवाल व जाटव एक ही जाती हे ।
तथा विश्नोई व जाट एक ही जाती हे।

Unknown ने कहा…

राजस्थान में रैवारी रायका देवासी समाज की जनसंख्या 15 लाख है जो सबसे ज्यादा जालोर सिरोही बाडमेर पाली जोधपुर में है जालोर बाडमेर सिरोही पाली मे जिस पार्टी की ओर जुकाव हो जाए तो 85% जितती है

Unknown ने कहा…

मीना 50लाख है

Unknown ने कहा…

Only 2%

Unknown ने कहा…

70lakh Vot ha bhaji

Unknown ने कहा…

कुम्हार/प्रजापति समाज व कुमावत समाज अलग अलग हैँ यह जानकारी गलत है

Its not right data of categry

Unknown ने कहा…

Sabhi apni jaati ko jyada batate hai koi bhi correct jankari nahi dalta rajput samaj jisme hamare dono varg rawna rajputo or rajputo ki aabadi ke aage sabhi cast kam hai pure rajasthan me ghum ke dekh lena fir actual aakde banana

Unknown ने कहा…

Actualy rajasthan me rajputo ki aabadi jyada hai

Unknown ने कहा…

कुमावत कुमारावत कुम्भार प्रजापति सभी एक ही

Unknown ने कहा…

सब गलत है कोनसे बिल मे रहता है

Unknown ने कहा…

नायक 28 लाख है ।

Unknown ने कहा…

एक नही है

Unknown ने कहा…

Agar Meena samaj k sabhi varg jese jamidar & chokidar & rao meena ko jod diya jaye toh meenao ki abadi bhi kisi se kam nhi h.

Unknown ने कहा…

Ye rao meena kidar rahte hai

Unknown ने कहा…

Ye rao meena kidar rahte hai

बेनामी ने कहा…

भाइयो यह सारा डाटा गलत है 8 लाख कुमावत केवल जयपुर व सीकर मे ही है


Unknown ने कहा…

Meena 55 lakh hain

Unknown ने कहा…

Meena 60 lakh hain

Unknown ने कहा…

मीना 55 लाख हैं

Unknown ने कहा…

भाई राजस्थान में गडरिया समाज नहीं रहती क्या उसका डाटा क्यों नहीं दिया बकवास है सब डाटा

Unknown ने कहा…

The state is made up of 89 percent Hindus, 9 percent Muslims while 2 percent belong to other religions. The Scheduled Caste (SC) population is 18 percent, Scheduled Tribe (ST) 13 percent, Jats 12 percent, Gujjars and Rajputs 9 percent each, Brahmins and Minas 7 percent each.

Jai gau mata ने कहा…

Hamri jati jat nhi h

Unknown ने कहा…

राजस्थान मे धानका समाज की जनसँख्या 6लाख राजस्थान मे धानका समाज नही रहती हैं ।क्या उसकी जनसँख्या है ।

राजस्थान मे मीणा से ज्यादा गुजर समाज जनसँख्या है ।64 लाख हे ।

Unknown ने कहा…

6 लाख को आबादी है ।राजस्थान धानका समाज की

Unknown ने कहा…

70 लाख से ज्यादा गुर्जर की जन संख्या है

Unknown ने कहा…

भाई बिश्नोई सिरवी चौधरी सभी हम जाट हैं राजस्थान में सभी को मिला कर 20% जाट है जय वीर तेजाजी महाराज जय जमबसवर जी

Unknown ने कहा…

Meena kom pehle number per aati h Rajasthan me bhai

Unknown ने कहा…

anjana jat hi he... North Gujarat ke anajana jat kuch salo pahele Haryana and rajsthhan se migrate hoke aye he

Unknown ने कहा…

Meena sabse jyada h

Unknown ने कहा…

विश्नोई समाज की जनसंख्या 12लाख दिखाई है जो कम है मेरे हिसाब से विश्नोई जनसंख्या 30लाख के लगभग है।

Unknown ने कहा…

Right

Unknown ने कहा…

जय श्री वीर तेजाजी की

Unknown ने कहा…

राजस्थान मे धानका समाज की जनसँख्या 15 लाख से ज्यादा है। जयपुर मे धानका समाज के 2 लाख से ज्यादा लोग रहेते हैं। जैपुर के अल्वा जोधपुर,हनुमानगढ,बीकानेर,उदयपुर ये धानका समाज बहुल क्षेत्रों मे आते है।

Unknown ने कहा…

धानका समाज मीणाओ की ऐसी तैसी करने मे लगी हुई है। क्युकी अब ये लोग शिक्षीत होने लगे हैं। हम मीणा पागल हो गए राजनेतिक नशे मे

Unknown ने कहा…

Ha bhai shabi ak or 65lakh h

Unknown ने कहा…

Ha bhai akle prajapati kumawat samaj ke log 8lakh to jaypur me h

Unknown ने कहा…

Bhai sahab pahle Puri jankari lekar pareshan kiya karo

Unknown ने कहा…

Pahle yah To pata kar Lo ki daroga aur Rajput ek hi Lage Ravana Rajput aur Rajput ek hi bata raha hai jabki donon alag alag hai

R.k. ने कहा…

अरे भाई ये आंकड़े बिल्कुल ग़लत है राजस्थान में जाट 12% माने‌ है व‌ मीणा 9% गुर्जर 7% ब्रहामण 7%राजपूत 6% माली 4%भील 4% क्रमश है

R.k. ने कहा…

बिना तर्क ‌‌‌कुछ भी ।1991की जनगणना में मीणा आबादी 54लाख तो तब ही थी। जाटों के बाद मीणा जनसंख्या की द्रष्टि से राजस्थान में दूसरे स्थान पर आते हैं।

Unknown ने कहा…

Desh ko badhane ka kam chal raha hai kya Jo Jaat paat Ko Lekar baith Gaye Ham sabh Hindustani he i love my India our desh se badi jati nhi hot🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

Unknown ने कहा…

मीणा छा मीणा 💪💪💪

Unknown ने कहा…

हा भाई

Unknown ने कहा…

Meena is high

Unknown ने कहा…

क्या राजस्थान में चमार,भांगी,बसोर,जाती नहीं रहती

Unknown ने कहा…

भाई राजस्थान में तो कुम्हार प्रजापति कुमावत समाज की जनसंख्या 90 लाख जो ये रिपोर्ट बनाया है ना वह गलत है सही रिपोर्ट जारी करो

Unknown ने कहा…

भारत के राजपत्र संख्या 108 में मीणा जाति कहीं पर भी अनुसूचित जनजाति में शामिल नहीं है। यह जाति मेव ग्रुप की जाति है। राजस्थान राज्य में मीना जाति जरूर जनजाति में हैं।जो भील जाति की संबद्ध जाति है जो दक्षिणी राजस्थान में निवास करते हैं। नायक जाति राजस्थान राज्य में अनुसूचित जनजाति की सूची में राजपत्र संख्या 108/1976 में क्रं सं 10 पर नायकड़ा, नायक...... के रूप में स्पष्ट सूचीबद्ध हैं।एक समाज के अधिकारियों द्वारा जनगणना,1981 में अनुसूचित जनजाति की सूची में साजिशन् नायकड़ा,नायका.... अंकित कर पूरे जनमानस एवं ब्यूरोक्रेसी में प्रदर्शित कर धारणा उत्पन्न कर दी कि राजस्थान में अनुसूचित जनजाति में नायका जाति है। भगवान न्याय करेगा नायकों ने तो आज तक मीणा समाज का कभी विरोध नहीं किया।

बेनामी ने कहा…

भाई 2021 मे गुर्जर आबादी 78 लाख से ऊपर है जो कुल जनसंख्या कि 10% से अधिक
है

Unknown ने कहा…

Jai Meena

Dilbag Singh ने कहा…

Yah Jo data Dikhai ja raha hai ya galat hai Rajasthan mein bavariya jaati lagbhag 15 se 20 lakh ki Abadi hai usko Kyon Nahin dikhaya Gaya yah sab jatigat Aarakshan Pani Ka Tarika hai

Unknown ने कहा…

जाट 90 लाख मीणा 80 लाख गुर्जर है 60 लाख राजपूत 40 लाख

Naseer Ahmed ने कहा…

बिल्कुल ये लोग मेव कबीले से सबंध रखते हे और पिछडे हे,
सबसे प्राचीन जाती मानी जाती हे
राजपूतो के उदय से पहले पूरे राजस्थान और दिल्ली क्षेत्र पर काबिज थे!
गुरजर लोग भी इसी कबीले से निकली एक अलग साखा हे जो काफी समय सत्ता मे रहे